शरीर के भूगोल से इतर, हाँ मैंने समझा है उसे….
मौसम जायसवाल
हाँ मैनें समझा है उसे
शरीर के भूगोल से इतर
समाज की दकियानूसी सोच से इतर
हम सबके भीतर जड़ कर चुकी
ढकोसले परंपराओं से इतर.
हाँ मैनें चाहा है उसे
प्रेम की उम्मीदों से इतर
भावनाओं की गहराइयों से इतर
शब्दों की सीमाओं से इतर
अपनेपन की नजदीकियों से इतर.
हाँ मैनें महसूस किया है उसे
दिल की धड़कनों से इतर
उबलते-उफनते साँसों से इतर
गर्म जिस्म की जरूरतों से इतर
बाहों से लिपटे
नाजुक वक़्त के लम्हों से इतर.
हाँ मैनें जिया है उसे
साथ बिताए उन चंद सालों के
एक-एक पलों से इतर
बंद आँखों की आगोश में छिपे
सुनहरे सपनों से इतर.
हाँ मैनें देखा है उसे
मर्दों की घूरती नज़रों से इतर
समाज के ठेकेदारों के तानों से इतर
शर्म, हया और इज्जत की गठरी लिए
लड़की होने के एक बोझ से इतर.