बैंक ऑफ बड़ौदा, क्षेत्रीय कार्यालय, मदुरै और सौराष्ट्र कॉलेज द्वारा किया गया एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन…
Team VOB
दिनांक 09 अप्रैल 2021 को बैंक ऑफ बड़ौदा, क्षेत्रीय कार्यालय, मदुरै और सौराष्ट्र कॉलेज, मदुरै ने हिन्दी में रोजगार के अवसर विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप के माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय श्री यशवीर सिंह उपस्थित हुए । उन्होने अपने वक्तव्य में हिन्दी में रोजगार की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए न्यायिक अनुवाद के विषय पर , उसकी उपयोगिता आवश्यकता और न्यायिक अनुवादक कैसे बना जा सकता है पर श्रोताओं को जानकारी प्रदान की । सौराष्ट्र कॉलेज से प्रो एन एच सरणवन, प्राचार्य (प्रभारी) , श्री एम पी सुधाकरन , क्षेत्रीय प्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा क्षेत्रीय कार्यालय, मदुरै भौतिक रूप से शामिल हुए । ऑनलाइन माध्यम से बैंक ऑफ बड़ौदा , प्रधान कार्यालय से श्री पुनीत कुमार मिश्र , सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) ने अपने मार्गदर्शी वक्तव्य में सभी छात्रों को हिन्दी भाषा में रूचि लेने का आग्रह किया।
चेन्नै अंचल राजभाषा प्रभारी श्रीमती गौरी वी एम (राजभाषा) ने भी ऑनलाइन माध्यम से सभी को संबोधित किया और कहा कि आने वाला भविष्य राजभाषा का है ऐसे में हिन्दी सीखना अत्यंत आवश्यक है । बैंक ऑफ बड़ौदा क्षेत्रीय कार्यालय मदुरै ने “सौराष्ट्र कॉलेज” मदुरै को वर्ष 2020-21 के बड़ौदा शिक्षण पुरस्कार प्रदान किया । हिन्दी विभाग प्रमुख श्रीमती रोहिणी पंडियन और प्राचार्य श्री एन एच सरवनन ने क्षेत्रीय प्रबंधक श्री एम पी सुधाकरन से पुरस्कार ग्रहण किया । श्री शक्तिवीर सिंह ने अपने सम्बोधन में छात्रों को रोजगार के रूप में हिन्दी के विभिन्न क्षेत्रों से अवगत कराया । कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रोहिणी पंडियन , विभागाध्यक्ष हिन्दी विभाग ने किया । इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी श्री ए प्रवीण और नराकास मदुरै के सदस्य कार्यालयों से भी हिन्दी अनुवादकों और राजभाषा अधिकारियों ने सेमिनार में हिस्सा लिया । इस राष्ट्रीय सेमिनार का संयोजन श्री शक्तिवीर सिंह , राजभाषा अधिकारी , बैंक ऑफ बड़ौदा और डॉ रोहिणी पंडियन , विभागाध्यक्ष हिन्दी विभाग , सौराष्ट्र कॉलेज द्वारा किया गया । कार्यक्रम का औपचारिक समापन डॉ पी बालमुरग्न , वरिष्ठ प्रबंधक (राजभाषा) के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ ।
नोट : इस कार्यक्रम का आयोजन भौतिक रूप और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से किया गया
बहुत बढ़िया आयोजन, सुदूर दक्षिण में ऐसा आयोजन निश्चित तौर पर राजभाषा प्रहरियों के समर्पण को दर्शाता है ।