छठ पूजा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी….

VOB Desk

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा कोरोनाकाल के दौरान छठे संबोधन का लाइव ब्रॉडकास्ट हुआ, कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक देश के प्रधानमंत्री को मास्क ना पहनने पर ₹13000 का जुर्माना लगाने की बात कही। वे असल में बुल्गारिया के PM बोयको बोरिसोव हैं। साथ ही उन्होंने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि अनलॉक-2 में अधिक सतर्कता बरतनी है।

लोग थोड़ा लापरवाह होते जा रहे हैं इसीलिए लापरवाही ना करते हुए थोड़ा सा सतर्क रहें और गमछा, मास्क एवं फेस कवर जरूरी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो लोग नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं उनसे राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन सख्ती से निपटें उन्हें हमें रोकना, टोकना और समझाना होगा। गांव का प्रधान हो या देश का प्रधानमंत्री सबके लिए नियम कायदे कानून एक बराबर हैं। कोई व्यक्ति नियमों से ऊपर नहीं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने एक राष्ट्र एक राशन कार्ड की भी बात की।

आगे बात रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी यही कोशिश रही है कि किसी भी प्रकार से ऐसी परिस्थिति ना आन पड़े कि किसी गरीब के घर में चूल्हा ना जले। इसके लिए सरकार गरीब कल्याण अन्न योजना लेकर आए जिसके माध्यम से 80 करोड़ लोगों को राशन दिया जा रहा है जिसमें गरीब परिवार को हर महीने 5 किलो चावल या गेहूं दिए जाएंगे और हर परिवार को 1 किलो चना दिया जाएगा। अब इस योजना को 5 महीने का एक्सटेंशन मिला है यह योजना नवंबर तक चलेगी।

जैसी उम्मीद थी वैसा कुछ नहीं बोले….

बीते दिनों देश में कोरोना की रफ़्तार तो इस कदर बढ़ी है मानो किसी गाड़ी का ब्रेक फ़ैल हो गया हो, फिर भी अधिकांश लोग उम्मीद बनाये हुए थे कि प्रधानमंत्री जी आज चीन को लेकर कुछ बोलेंगे। पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर जगह-जगह विपक्ष के प्रदर्शनों को देखते हुए कुछ लोग तो यह भी अनुमान लगा रहे थे कि मोदी जी अपने संबोधन में इस बात का भी कहीं जिक्र अवश्य  करेंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। प्रधानमंत्री जी के इस संबोधन के बाद कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी का भी यह ट्वीट आया है।

अभी दिन भी नहीं ढला और राजनीतिक बाजार गरमा गया है….

प्रधानमंत्री ने कई त्योहारों का जिक्र किया जिसमें गुरु पूर्णिमा, स्वतंत्रता दिवस, ओणम, दशहरा, दीपावली और मोदी जी ने छठ पूजा का जिक्र एक नहीं बल्कि दो बार किया। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि छठ पूजा का जिक्र प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे ही नहीं किया, कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार चुनाव नवंबर में होने हैं इस वजह से भी छठ पूजा के एंगल को देखा जा रहा है।

File Photo

राजनीतिक विश्लेषकों का यह भी कहना है कि इन सब बातों को सरकार द्वारा प्रेस रिलीज के माध्यम से भी बताया जा सकता था लेकिन  प्रधानमंत्री का स्वयं लाइव बोलना कई प्रश्न खड़े करता है। अगर सब कुछ सही रहा तो बिहार विधान-सभा चुनाव नवम्बर 2020 में हो सकते हैं ऐसे में प्रधानमंत्री जी का लाइव कार्यक्रम के तहत नवम्बर तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का समय नवम्बर तक बढाया जाना एवं छठ पूजा पर जोर डालकर बोलना बाजार को नयी बहस देगा और राजनैतिक गलियारों में भी इसकी चर्चा होना लाजमी है।

बिहार में वर्तमान में NDA के ही एक घटक JDU की सरकार है और नीतीश कुमार पिछले 15 वर्षों से यहाँ के मुख्यमंत्री हैं।

ममता दीदी भी क्यों पीछे रहें….

प्रधानमंत्री के इस संबोधन के कुछ ही देर बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी प्रेस को संबोधित करते हुए कोरोना को लेकर कई घोषणाएं की। उन्होंने कहा, ‘हम सुबह 5:30 से सुबह 8:30 तक सुबह की सैर की अनुमति दे रहे हैं, लेकिन सामाजिक दूरी बनाए रखी जानी चाहिए। शादियों और ‘श्राद्ध’ के लिए 25 के बजाय 50 लोगों को अनुमति दी जाएगी। ममता बनर्जी द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में सबसे ज्यादा गौर करने वाली बात यह रही “पश्चिम बंगाल में अब जून 2021 तक गरीबों को मुफ्त राशन दिया जायेगा”

आपको बता दें पश्चिम बंगाल में मध्य 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं और ममता दीदी के ये सभी स्टंट को विश्लेषक चुनावी बौछार मान रहे हैं।

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