कोरोना के साइड इफेक्ट्स भाग-1
जितेन्द्र कुमार दुबे
कुछ तो है गड़बड़ -सड़बड़
तभी तो….
हर तरफ…
मची है हड़बड़-हड़बड़
ये जो गाड़ियों में….
श्रमिक आए हैं चढ़-चढ़
बोल रहे हैं….
खूब आगे बढ़-बढ़
जरा सोचिए….
मिलाकर धूल मिट्टी कण-कण
कुम्भार ने बनाया इन्हें गढ़-गढ़
तरक्की किए सब….
खूब पढ़ पढ़….!
पर व्यर्थ इनकी सीख रही
क्रोध के वशीभूत हो…
मर रहे हैं सब लड़ लड़ ..!
उखाड़ना भी चाहते हैं ….
परिवार वृक्ष की जड़-जड़
अब तो….
पतझड़ सा दिख रहा है…!
गिर रहे पात से ये झड़-झड़
दिन वो अब दूर नहीं
जब…..
मिट्टी में मिल जाएंगे
ये सभी सड़ सड़….!!
कलमकार उत्तर प्रदेश पुलिस में उपाधीक्षक हैं एवं शाहगंज, जौनपुर में सेवारत हैं ।